New Education Policy-2020

New Education Policy - 2020 (नई शिक्षा नीति - 2020)

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आज के समय में भारत में ही नहीं अन्य कई देशों में भी Corona जैसी महामारी ने आतंक फैला रखा है। हमारे देश भारत में मार्च 2020 से लेकर अभी तक इस महामारी से कई क्षेत्रों में परेशानियों का सामना करना पड़ा। वैसे ही शिक्षा के क्षेत्र में भी विद्यार्थियों के लिए बहुत समस्याएं आई है ऐसे में पिछले सात महीने से विद्यार्थी स्कूल कॉलेज तक नहीं जा सके। ऐसे में सरकार को अब नई शिक्षा नीति के आयोजन की आवश्यकता हो गई।

 

नई शिक्षा नीति क्या है?

भारत राष्ट्र में नई शिक्षा नीति को लागू कर शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मोड़ दिया जाएगा जिससे कि कोरोंना काल में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थी जीवन पर पड़े दुष्प्रभाव को वापस सही स्थिति में आकर नई शिक्षा प्रणाली शुरू कर सके। ऐसे में प्रस्तावित नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (NRF) की स्थापना की घोषणा की है। 

*नई शिक्षा नीति में संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं पर महत्वपूर्ण जोर देते हुए एक भारतीय अनुवाद और व्याख्या संस्थान (IITI) की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा गया हैं।

 

*अन्य देशों में कैंपस स्थापित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों को अन्य देशों में परिसर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। दुनिया के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में से चयनित विश्वविद्यालयों को भारत में काम करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।

 

नई शिक्षा नीति के लाभ :-

*सभी शिक्षा संस्थानों को ओडिट और प्रकटीकरण के समान मानकों के लिए आयोजित किया जाएगा लाभ के लिए नहीं । NEP 2020 के अनुसार, यदि कोई हो,तो सरप्लस, शैक्षिक में पुनर्निवेश किया जाएगा।

 

 * ऐसे कदम के लिए तैयार संस्था को उपयुक्त ग्रेडेड मान्यता प्राप्त होने पर, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (BoG) स्थापित किया जाएगा।नीति के अनुसार, सदस्यों का चयन करते समय इक्विटी के विचारों का भी ध्यान रखा जायेगा।

 

* पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे का एक "प्रारंभिक कक्षा" या "बालवाटिका"( जो कि कक्षा एक से पहले हैं) में स्थानांतरित होगा, जिसमें एक ईसीसीई - योग्य शिक्षक हैं।

 

* प्रौढ़ शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रोद्यौगिकी - आधारित विकल्प जैसे ऐप, ऑनलाइन पाठ्यक्रम/मॉड्यूल, उपग्रह - आधारित टीवी चैनल,ऑनलाइन किताबें,और आईसीटी से सुसज्जित पुस्तकालय और वयस्क शिक्षा केंद्र आदि विकसित किए जायेंगे। 

 

* उच्च शिक्षा में मल्टीपल इंट्री और एग्जिट का विकल्प रखा गया।

 

* पांच साल का कोर्स वालों एमफिल में छूट दी गई।

 

* शिक्षा में तकनीकी को बढ़ावा ।

 

* 8 क्षेत्रीय भाषाओं में ई-कोर्सेज शुरू

 

* नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (NRF) की स्थापना की जाएगी।

 

* पहले तीन साल बच्चे आंगनबाड़ी में प्री- स्कूलिंग शिक्षा लेंगे। फिर अगले दो साल एक कक्षा एक एवम् दो में बच्चे स्कूल में पढ़ेंगे। इन पांच सालों की पढ़ाई के लिए एक नया पाठ्यक्रम तैयार होगा।

 

* मिडिल स्टेज में कक्षा 6-8 की कक्षाओं की पढ़ाई होगी तथा 11-14 साल की उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा। इन कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। कक्षा छह से ही कौशल विकास कोर्स भी शुरू हो जाएंगे।

 

* सैकंडरी स्टेज में कक्षा 9-12 की पढ़ाई दो चरणों में होगी जिसमें विषयो का गहन अध्ययन कराया जाएगा। विषयों को चुनने की आजादी भी होगी।

 

नई शिक्षा नीति के उद्देश्य :- नीति के घोषित उद्देश्यों में से एक  भारतीय होने में "गहरी जड़ें गर्व" पैदा करना है,न केवल विचार में, बल्कि आत्मा,बुद्धि और कर्मों में, साथ ही साथ ज्ञान, कौशल, मूल्यों और प्रस्तावों को विकसित करना है। जो मानवाधिकारों, स्थायी विकास और जीवन यापन और वैश्विक कल्याण के लिए जिम्मेदार प्रतिबद्धता का समर्थन करता है।

 

नई शिक्षा नीति लागू होने की संभावना - नई शिक्षा नीति 2020 कब लागू होगी इसके संबंध में कोई तिथि निर्धारित नहीं की है। ड्राफ्टिंग विशेषज्ञों ने पूर्व कैबिनेट सचिव टी एस सुब्रमण्यन कि अध्यक्षता वाले पैनल और एचआरडी मंत्रालय द्वारा गठित पैनल की रिपोर्ट को भी ध्यान में रखा,जब इसकी अध्यक्षता केंद्रीय मंत्रि स्मृति ईरानी कर रही थी। अर्थात् इस नीति को लागू करने की कोई भी तारीख अभी तक तो निर्धारित की गई है परन्तु देखा जा रहा है कि शिक्षा मंत्रालय की तरफ से बहुत ही जल्द इसे लागू करने की कोशिश जारी रहेगी।

 


 


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